दान
किसी युवा व्यक्ति को केतु कपिला गाय, दुरंगा, कंबल, लहसुनिया, लोहा, तिल, तेल, सप्तधान्य शस्त्र, बकरा, नारियल, उड़द आदि का दान करने से केतु ग्रह की शांति होती है। ज्योतिषशास्त्र इसे अशुभ ग्रह मानता है अत: जिनकी कुण्डली में केतु की दशा चलती है उसे अशुभ परिणाम प्राप्त होते हैं. इसकी दशा होने पर शांति हेतु जो उपाय आप कर सकते हैं उनमें दान का स्थान प्रथम है. ज्योतिषशास्त्र कहता है
1. केतु से पीड़ित व्यक्ति को बकरे का दान करना चाहिए. कम्बल, लोहे के बने हथियार, तिल, भूरे रंग की वस्तु केतु की दशा में दान करने से केतु का दुष्प्रभाव कम होता है.
2. गाय की बछिया, केतु से सम्बन्धित रत्न का दान भी उत्तम होता है.
3. अगर केतु की दशा का फल संतान को भुगतना पड़ रहा है तो मंदिर में कम्बल का दान करना चाहिए.
4. केतु की दशा को शांत करने के लिए व्रत भी काफी लाभप्रद होता है.
5. शनिवार एवं मंगलवार के दिन व्रत रखने से केतु की दशा शांत होती है.
6. कुत्ते को आहार दें एवं ब्राह्मणों को भात खिलायें इससे भी केतु की दशा शांत होगी.
7. किसी को अपने मन की बात नहीं बताएं एवं बुजुर्गों एवं संतों की सेवा करें यह केतु की दशा में राहत प्रदान करता है।
मन्त्र : ऊं स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं स: केतवे नम:
(Om Stram Strim Strom Sah Ketve Namah)
दिशा : दक्षिण
आसन : काला
कुल जाप : 17000 या 158 माला
समय : रात्रि
माला : रुद्राक्ष या लहसुनिया की