वास्तव में गुस्सा एक भयानक तूफ़ान जैसा है, जो जाने के बाद पीछे अपनी बर्बादी का निशान छो़ड जाता हैं। गुस्से में सबसे पहले दिमाग फिर जबान अपना आपा खोती है, वह वो सब कहती है, जो नहीं बिलकुल भी कहना चाहिए और रिश्तों में जबरदस्त क़डवाहट आ जाती है। और तब तो और भी मुश्किल होती है जब गुस्सा हमारे दिमाग में घर कर जाता है और हमारे अन्दर बदला लेने की सामने वाले को नुकसान पहुँचाने की भावना प्रबल हो जाती है ।
हम यहाँ पर आपको कुछ ऐसे उपाय बता रहे है जिससे हम यथासंभव अपने गुस्से पर काबू कर सकते है ।
* दो पके मीठे सेब बिना छीले प्रातः खाली पेट चबा-चबाकर पन्द्रह दिन लगातार खाने से गुस्सा शान्त होता है। बर्तन फैंकने वाला, तोड़ फोड़ करने वाला और पत्नि और बच्चों पर हाथ उठाने वाला व्यक्ति भी अपने क्रोध से मुक्ति पा सकेगा। इसके सेवन से दिमाग की कमजोरी दूर होती है और स्मरण शक्ति भी बढ़ जाती है।
* गुस्सा आने पर दो तीन गिलास खूब ठंडा पानी धीरे धीरे घूँट घूँट लेकर पिएं । पानी हमारे शारीरिक तनाव को कम करके क्रोध शांत करने में मददगार होता है।
* गुस्सा बहुत आता हो तो धरती माता को रोज सुबह उठकर हाथ से पाँच बार छूकर प्रणाम करें और सबसे विशाल ह्रदय धरती माँ से अपने गुस्से पर काबू करने और सहनशील होने का वरदान मागें।
* कई बार स्थिति यह हो जाती है की गुस्सा हमे किसी परिस्थिवश अपने परिवार अथवा करीबी मित्रो के उपर आ जाता है ओर लाख कोशिशो के बाद भी गुस्सा शांत ना हो रहा हो ओर हम भूल नही पा रहे हो तो एक मिट्टी का वेस्टर्न उपाय अपनाइए जो काफ़ी प्रचलित है। किसी जगह से कुछ मिट्टी ले आए ओर उसकी एक गुड़िया बना ले ओर कुछ छोटी छोटी पिन ले आए, सुबह ओर शाम को धूप दीप के बाद ५ या ७ पिन गुड़िया को महादेव या अपने ईष्टदेव का स्मरण करके पूरी गुस्से की भावना से चूभोना है, यह क्रिया ११ या २१ दिन कर सकते है एवं २१ दिन की साधना के पश्चात इसे नदी मे प्रवाहित करदे। इसकी दिशा आप दक्षिण या पश्चिम ही रखे।
* यदि गुस्सा आने वाला हो तो 5-6 बार गहरी गहरी साँस लीजिए, कुछ पलों के लिए अपनी आँखे बंद करके ईश्वर का ध्यान करें उन्हें प्रणाम करें उनसे अपना कोई भी निवेदन करें। यह गुस्सा कम करने का सबसे बढ़िया तरीका है। इससे आप भड़कने से पहले ही निश्चित रूप से शांत हो जाएँगे।
* समान्यता गुस्सा सामने वाले से ज्यादा उम्मीदें पालने से आता है । इसलिए कभी भी सामने वाले से बहुत ज्यादा उम्मीदें ना पालें जिससे आपकी बात ना मानने पर भी आपका दिल बिलकुल ना दुखे।
हम यहाँ पर आपको कुछ ऐसे उपाय बता रहे है जिससे हम यथासंभव अपने गुस्से पर काबू कर सकते है ।
* दो पके मीठे सेब बिना छीले प्रातः खाली पेट चबा-चबाकर पन्द्रह दिन लगातार खाने से गुस्सा शान्त होता है। बर्तन फैंकने वाला, तोड़ फोड़ करने वाला और पत्नि और बच्चों पर हाथ उठाने वाला व्यक्ति भी अपने क्रोध से मुक्ति पा सकेगा। इसके सेवन से दिमाग की कमजोरी दूर होती है और स्मरण शक्ति भी बढ़ जाती है।
* गुस्सा आने पर दो तीन गिलास खूब ठंडा पानी धीरे धीरे घूँट घूँट लेकर पिएं । पानी हमारे शारीरिक तनाव को कम करके क्रोध शांत करने में मददगार होता है।
* गुस्सा बहुत आता हो तो धरती माता को रोज सुबह उठकर हाथ से पाँच बार छूकर प्रणाम करें और सबसे विशाल ह्रदय धरती माँ से अपने गुस्से पर काबू करने और सहनशील होने का वरदान मागें।
* कई बार स्थिति यह हो जाती है की गुस्सा हमे किसी परिस्थिवश अपने परिवार अथवा करीबी मित्रो के उपर आ जाता है ओर लाख कोशिशो के बाद भी गुस्सा शांत ना हो रहा हो ओर हम भूल नही पा रहे हो तो एक मिट्टी का वेस्टर्न उपाय अपनाइए जो काफ़ी प्रचलित है। किसी जगह से कुछ मिट्टी ले आए ओर उसकी एक गुड़िया बना ले ओर कुछ छोटी छोटी पिन ले आए, सुबह ओर शाम को धूप दीप के बाद ५ या ७ पिन गुड़िया को महादेव या अपने ईष्टदेव का स्मरण करके पूरी गुस्से की भावना से चूभोना है, यह क्रिया ११ या २१ दिन कर सकते है एवं २१ दिन की साधना के पश्चात इसे नदी मे प्रवाहित करदे। इसकी दिशा आप दक्षिण या पश्चिम ही रखे।
* यदि गुस्सा आने वाला हो तो 5-6 बार गहरी गहरी साँस लीजिए, कुछ पलों के लिए अपनी आँखे बंद करके ईश्वर का ध्यान करें उन्हें प्रणाम करें उनसे अपना कोई भी निवेदन करें। यह गुस्सा कम करने का सबसे बढ़िया तरीका है। इससे आप भड़कने से पहले ही निश्चित रूप से शांत हो जाएँगे।
* समान्यता गुस्सा सामने वाले से ज्यादा उम्मीदें पालने से आता है । इसलिए कभी भी सामने वाले से बहुत ज्यादा उम्मीदें ना पालें जिससे आपकी बात ना मानने पर भी आपका दिल बिलकुल ना दुखे।